आधी रात आश्रम से आ रही थीं अजीब आवाजें,हैरान हो गए ग्रामीण, भागकर आई पुलिस और फिर…
यूपी के सीतापुर संदना थान क्षेत्र के लक्ष्मणपुर-हिंडौरा गांव के पास जंगल में बने आश्रम से रात में महिलाओं की अजीब आवाज आने से हड़कंप मच गया. खबर मिलते ही कई गांवों के सैकड़ों लोग में सैकड़ों लोग लाठी-डंडा लेकर आश्रम पहुंच गए. सूचना मिलते ही आनन-फानन में एएसपी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह भी पहुंचे. आइये जानते हैं फिर क्या हुआ?.
यूपी के सीतापुर में आश्रम की आड़ में देह व्यापार चलाए जाने के आरोप को लेकर देर रात कई गांवों के सैकड़ों लोग लाठी-डंडा लेकर आश्रम पहुंच गए और उपद्रव करने लगे. ग्रामीणों ने आश्रम पर जमकर उत्पात मचाया. सूचना मिलते ही एएसपी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह, कई थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने आक्रोशित लोगो को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता ही गया. पुलिस बल ने लाठी चार्ज कर दिया जिसमे कई ग्रामीण घायल हो गए. कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए. देखते ही देखते काल भैरव आश्रम छावनी में बदल गया. पूरा मामला संदना थान क्षेत्र के लक्ष्मणपुर-हिंडौरा गांव का है.
पुलिस को भीड़ कंट्रोल करने में कई घंटे लग गए. मामला शांत होने के बाद एएसपी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह ने ग्रामीणों से बातचीत की. ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि मुनेंद्र भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करवाया. ग्रामीणों ने आश्रम की आड़ में देह व्यापार चलाए जाने का आरोप लगाया.
दरअसल, करीब 20 दिन पहले आश्रम के पास एक नर कंकाल और पश्चिम बंगाल की एक लड़की मिली थी. इस पूरे मामले को लेकर एएसपी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह का कहना है आश्रम की तलाशी के दौरान किसी भी प्रकार की कोई महिला नहीं मिली है. ग्रामीणों ने जो आरोप लगाए हैं, उन सभी की गहनता से जांच की जाएगी. किसी प्रकार का मामला मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी.
जंगल में काल भैरव आश्रम है. यह आश्रम उत्तराखंड के रहने वाले तारामणि संचालित कर रहे हैं. देर रात काल भैरव आश्रम पर भारी तनाव रहा. ग्रामीणों की मानें तो इस आश्रम में कुछ संदिग्ध लोगों की आमद रहती है. गांव के लोगों को आश्रम के अंदर जाने नहीं दिया जाता है. गांव वालों का यह भी कहना है कि जो ग्रामीण मवेशी चराने जंगल आते हैं तो वे मंदिर के अंदर जाकर पानी भी नहीं पी सकते हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आश्रम में बाहर की महिलाओं और किशोरियों का आना- जाना लगा रहता है. दो दिन पहले पश्चिम बंगाल की एक युवती मंदिर में मिली थी, जिसे पुलिस ने उसके परिजनों को सौंपा था.
ग्रामीणों की मानें तो मंगलवार देर रात गांव का ही रहने वाला शख्स कमलेश आश्रम के सामने से गुजर रहा था, तभी अंदर से किसी महिला की आवाज उसने सुनी. कमलेश ने गांव वालों को जानकारी दी. करीब 8 से 10 गांव के करीब सैकड़ो लोग लाठी-डंडा लेकर आश्रम पर पहुंच गए और उपद्रव करने लगे. ग्रामीणों के बढ़ते दबाव को देखकर थाना पुलिस बैकफुट पर आ गई. हंगामा की सूचना मिलते ही एसपी डॉक्टर प्रवीन रंजन सिंह पहुंचे. सिधौली मिश्रीख मछरेहटा सहित आसपास के थानों की पुलिस बुला ली गई.पुलिस ने भीड़ को भागने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए. पुलिस को भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए कई घंटे मशक्कत करनी पड़ी.