फांसी के फंदे पर झूल गई मां, बिलखते रह गए दो मासूम, नहीं आती थी रात को नींद, परेशान होकर दे दी जान
दोनों के परिजनों ने बताया कि काफी समय से ये मानसिक रूप से परेशान थे। पुलिस ने मामले की जांच करने की बात कही है।
हस्तिनापुर थानाक्षेत्र में एक महिला और वृद्ध ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना था कि दोनों मानसिक अवसाद में थे। इस कारण जान दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थाना क्षेत्र के गांव पाली में शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे 38 वर्षीय नीतू ने संदिग्ध परिस्थितियों में घर में लगे पंखे के कुंडे में दुपट्टा बांधकर फंदा लगाकर जान दे दी। पति सुनील ने बताया कि जब वह खेत से लौटा तो नीतू जमीन पर बेसुध पड़ी थी। आधा दुपट्टा पंखे के कुंडे में बंधा हुआ था और आधा उसकी पत्नी के गले में था। परिजनों ने बताया कि महिला मानसिक रूप से बीमार थी। नीतू के दो छोटे बच्चे हैं, जिसमें 8 वर्ष का आदित्य और 6 वर्ष का नैतिक है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
उधर पास ही के गांव इकवारा में 72 वर्षीय छत्रपाल ने बीमारी के चलते फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों के अनुसार वह पिछले लंबे समय से नींद न आने और शुगर जैसी कई गंभीर बीमारियों से परेशान थे। कई-कई दिनों तक सो नहीं पाते थे। इस कारण उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। शुक्रवार दोपहर को उन्होंने पंखे के कुंडे से चादर का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। छत्रपाल का एक बेटा जयप्रकाश यूपी पुलिस में है। घटना के समय घर पर कोई नहीं था। जब आसपास के लोगों को पता लगा तो उन्होंने सूचना देकर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।