लोन पर निकलते थे ट्रक और फिर ऐसे बैंक को लगाते थे चुना, पुलिस ने बताया कैसे देते थे हेराफेरी को अंजाम
नवाबगंज थाना पुलिस ने बेहद शातिर बदमाशों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह के 3 सदस्य अरेस्ट हो गए हैं जबकि 2 अन्य फरार हैं. ये लोन पर ट्रक लेकर उसके इंजन और चेचिस का नंबर बदल देते थे. ये बदमाश लोन की किस्त चुकाने से बचने के लिए हेराफेरी कर रहे थे. आइए जानते हैं पूरा मामला.
पुलिस कमिश्नरेट प्रयागराज के गंगानगर जोन की नवाबगंज थाना पुलिस और सर्विलांस टीम ने ट्रक ट्रक का इंजन और चेचिस नंबर बदलकर फाइनेंस कंपनियों को चकमा देने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने 48 वर्षीय मुकेश यादव, 30 वर्षीय नौशाद और 37 वर्षीय राम प्रकाश यादव को गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर तीन ट्रक भी बरामद किए गए हैं. बरामद किए गए ट्रकों की कीमत एक करोड़ 25 लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस का दावा है कि इस गिरोह के दो अन्य बदमाशों को जल्द ही अरेस्ट किया जाएगा.
डीसीपी गंगानगर जोन कुलदीप सिंह गुनावत के मुताबिक गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा लोन पर ट्रक खरीदे गए थे. ट्रकों पर किस्त का बकाया होने के चलते अभियुक्तों ने अपनी ट्रकों को पुराने और दुर्घटनाग्रस्त ट्रकों के चेचिस नंबर, इंजन नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर बदल दिया था. इन ट्रकों से माल ढुलाई कर रहे थे. ताकि फाइनेंस पर ली गई ट्रकों की किस्त ना देनी पड़े. खुद की ट्रक चोरी करने के बाद अभियुक्त दुर्घटनाग्रस्त ट्रकों के रजिस्ट्रेशन नंबर पर चोरी किए गए ट्रक का फर्जी कागज तैयार कराते थे. पुलिस ने अभियुक्तों के पास से ट्रकों के कूटरचित दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
डीसीपी के मुताबिक मुकेश यादव नवाबगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उसके खिलाफ नवाबगंज थाने में दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. जबकि राम प्रकाश यादव भी नवाबगंज थाना क्षेत्र का ही रहने वाला है. उसके खिलाफ तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. वहीं तीसरा अभियुक्त नौशाद कौशांबी जिले के कोखराज का रहने वाला है. उसका फिलहाल कोई आपराधिक इतिहास पता नहीं चला है. डीसीपी के मुताबिक बरामद की गई ट्रकों में दो ट्रकों के चेचिस नंबर नहीं थे और एक ट्रक का कागजात नहीं मिला है. ट्रकों के फर्जीवाड़े में शामिल दो अन्य अभियुक्त दिलबहार और अनिल कुमार यादव फरार चल रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं.