अतरंगी शिक़ायत लेके दुल्हन पाहुंची थाने,मामला जान अफ़सरों ने पकड़ा माथा….
संचार की कमी और आपसी समझदारी न होने से रिश्तों में खटास आ सकती है. परिवार परामर्श केंद्र ने इस विवाद को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई और दोनों के बीच आपसी तालमेल की एक नई शुरुआत की.
शनिवार को आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया, जिसमें एक नवविवाहित महिला ने अपने पति और ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि शादी के बाद से उसे एक गिलास दूध तक नहीं मिला. यह मामूली सा विवाद इतना बढ़ गया कि दुल्हन को थाने जाना पड़ा. मामला दूध की कमी से शुरू हुआ, लेकिन धीरे-धीरे पति-पत्नी के बीच का बड़ा झगड़ा बन गया.
नवविवाहित महिला ने शिकायत की कि शादी के बाद से उसे एक भी दिन दूध नहीं मिला. उसका कहना था कि बचपन से ही उसे हर रोज़ दूध पीने की आदत है और बिना दूध पिए उसे नींद नहीं आती. मायके में उसे हर दिन दूध मिलता था, लेकिन ससुराल में एक गिलास दूध भी न मिलने से वह बेहद निराश हो गई.
पति और ससुराल वालों ने अपनी सफाई में बताया कि घर में रोज़ाना केवल एक लीटर दूध आता है, जो उनके बूढ़े माता-पिता के लिए आवश्यक है. पति ने बताया कि उसकी प्राइवेट नौकरी से इतनी आमदनी नहीं होती कि ज्यादा दूध खरीदा जा सके. उन्होंने पत्नी को समझाने की कई कोशिशें कीं, लेकिन वह इस पर अड़ी रही कि उसे रोज़ाना दूध चाहिए. इसी बात को लेकर घर में रोज़ झगड़े होने लगे.
विवाद बढ़ने पर दुल्हन थाने पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद मामला परिवार परामर्श केंद्र भेजा गया. काउंसलर डॉ. सतीश खिरवार ने बताया कि यह विवाद पति-पत्नी के बीच संचार की कमी का नतीजा था. शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ था, इसलिए दोनों के बीच आपसी तालमेल की कमी थी. काउंसलर की सलाह के बाद दोनों के बीच समझौता हो गया कि पति रोजाना दूध लाएगा और इस मामूली विवाद का समाधान हो गया.
यह मामला दर्शाता है कि कभी-कभी छोटी-छोटी बातें, जैसे दूध की कमी, पति-पत्नी के बीच बड़ी समस्याओं का कारण बन सकती हैं. संचार की कमी और आपसी समझदारी न होने से रिश्तों में खटास आ सकती है. परिवार परामर्श केंद्र ने इस विवाद को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई और दोनों के बीच आपसी तालमेल की एक नई शुरुआत की.