पति को सुहागरात के बाद पत्नी पे हुआ शक,बोला-टेस्ट करवाओ तुम,दुल्हन ने टेस्ट करवाने से ना बोलनी पर जो हुआ…….
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला के एड्स से संक्रमित होने के कारण पहले भी उसकी सगाई टूट गई थी. इसी वर्ष जुलाई महीने में महिला और उसके परिवार ने महिला की ऐडस संक्रमित होने वाली बात को छुपा कर जोधपुर के ही युवक से शादी करवा दी.
राजस्थान के जोधपुर कमिश्नर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पति ने अपनी ही पत्नी और उसके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है. पीड़ित पति ने बताया है कि उसकी पत्नी ने अपनी बीमारी को छिपाकर उससे शादी रचाई है. हालांकि पुलिस ने जब मामले दर्ज नहीं किया तब पति ने कोर्ट का शरण लिया. इसके बाद कोर्ट ने जब आदेश दिया तब माता का थान थाने में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने न्यायालय के आदेश के बाद पत्नी, उसके पिता और बहन को आरोपी बनाया है. इसके साथ ही पुलिस को दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच करने के लिए कहा गया है. पुलिस इस पूरे मामले में आगे जांच कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला के एड्स से संक्रमित होने के कारण पहले भी उसकी सगाई टूट गई थी. इसी वर्ष जुलाई महीने में महिला और उसके परिवार ने महिला की ऐडस संक्रमित होने वाली बात को छुपा कर जोधपुर के ही युवक से शादी करवा दी. सगाई करने के बाद महिला के परिवार में युवक के ऊपर जल्द से जल्द शादी करने का दबाव भी बनाया ताकि एड्स संक्रमित होने के बात का खुलासा ना हो पाए. युवक द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार 9 जुलाई 2024 को युवक की शादी हुई. शादी के अगले दिन जब पति को पत्नी के ऊपर शक हुआ तो उसने अपनी पत्नी के मोबाइल की जांच की, जिसमें उसे उसके पुराने प्रेमी के नंबर मिले.
इसी बीच सावन के महीने के चलते पत्नी जब अपने पीहर गई तो पति ने उसके पुराने प्रेमी को फोन किया. ऐसे में पुराने प्रेमी ने पत्नी के सारे राज उगल दिए और बताया कि उसके साथ अवैध संबंध के चलते उसे फरवरी 2023 में एड्स हो गया था, जिसका इलाज वह पहले अजमेर करवा रही थी. इसके बाद में झालावाड़ में इलाज करवाई. इसके साथ ही प्रेमी ने महिला के पति को उसकी जांच रिपोर्ट भी भेज दी.
परिवादी द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2023 में महिला को एचआईवी हो गया था. महिला ने आर्ट सेंटर से इलाज शुरू करवाया. जब पति को पत्नी के एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आई है तो सबसे पहले पति ने अपनी जांच करवाई. जांच में पति की रिपोर्ट निगेटिव आई. लेकिन डॉक्टर ने कहा कि एचआईवी संक्रमित होने का पता संक्रमित होने के 3 महीने से 6 माह के बाद पता चलता है. पति ने अपनी चालाक पत्नी का सच सबके सामने लाने का निश्चय किया.
पत्नी को अपने जाल में फंसाने के लिए कंपनी की नॉमिनेशन के लिए नाम दर्ज करवाने के लिए कुछ ब्लड इन्वेस्टिगेशन करवाने के लिए कहा. जैसे ही खून के जांच की बात आती है तो पत्नी सकपका गई और अपने परिवार को इस बात की जानकारी दी. 31 अगस्त को दोनों ही पति-पत्नी की खून की जांच होती है, जिसमें पत्नी एचआईवी पॉजिटिव पति की रिपोर्ट नेगेटिव पाई जाती है.