पत्नी और बेटे का गला रेतने के बाद किया आत्महत्या का प्रयास, इस जगह का है मामला
कोसली के श्यामनगर गांव में गृह कलह को लेकर घटना को अंजाम देने की आशंका है। तीनों की हालत गंभीर है। पीजीआई रोहतक में इलाज चल रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाणा के रेवाड़ी के कोसली उपमंडल के गांव श्यामनगर में मंगलवार को एक व्यक्ति ने पहले अपनी पत्नी और बेटे का गला रेता, फिर अपना गला काट कर खुदकुशी करने का प्रयास किया। उसने ऐसा क्यों किया, इसका पता नहीं चल सका है। पीजीआई रोहतक में तीनों की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
श्यामनगर गांव निवासी लगभग दिनेश (38) कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। मंगलवार को उसने धारदार हथियार से अपनी पत्नी सरोज (37) का गला रेत दिया। इसके बाद उसने 16 वर्षीय बेटे लक्ष्य का गला रेत दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दिनेश ने खुद अपना गला काटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। शोर सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हुए।
मौके का मंजर देखकर लोग दंग रह गए। लोगों ने घटना की सूचना सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए कोसली स्थित सरकारी अस्पताल में दाखिल कराया। यहां उनकी हालत को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने तीनों को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। पीजीआई रोहतक में तीनों का इलाज चल रहा है।
दिनेश ने किन कारणों से घटना को अंजाम दिया, यह नहीं पता चल सका है। आशंका जताई जा रही है कि गृह कलह के कारण दिनेश ने घटना को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दो भाइयों में छोटा है दिनेश : दिनेश दो भाइयों में छोटा है। वह घर पर रहकर खेती का काम करता था। इस हादसे को लेकर पूरा गांव हैरान है। पूरे दिन गांव में इसी घटना की चर्चा होती रही। दिनेश ने ऐसा खौफनाक कदम क्यों उठाया, इसका पता पुलिस जांच के बाद ही पता चला सकेगा। ग्रामीणों का कहना है कि दिनेश किसी बात को लेकर मानसिक रूप से परेशान चल रहा था।
कोसली थाना प्रभारी मुकेश चंद ने बताया कि उन्हें फोन पर किसी ने घटना की सूचना दी थी। बताया गया था कि गांव श्यामनगर में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी, बेटे और खुद का गला रेत लिया है। इसके बाद मौके पर पहुंचे तो वहां तीनों की हालत नाजुक बनी हुई थी। तीनों को तत्काल उपचार के लिए कोसली अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने तीनों को रोहतक पीजीआई के लिए रेफर कर दिया है। मामले की जांच की जा रही है। दिनेश ने यह कदम क्यों उठाया, इसके बारे में पता किया जा रहा है। जांच के बाद ही असली कारणों का पता चल सकेगा।