पिता ने अपने ही बेटे की जान का 50 हजार में कर दिया सौदा, बुला लिए भाड़े के शूटर, ऐसा खुला राज
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पुलिस ने एक हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा किया है. दरअसल, यहां एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या की सुपारी उसके ही पिता ने दी थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिस्ट्रीशीटर की उसके पिता ने ही भाड़े के शूटरों से हत्या करवा दी. दरअसल पिता अपने हिस्ट्रीशीटर बेटे की करतूतों और प्रताड़ना के चलते परेशान था. पुरानी छावनी थाना क्षेत्र में हिस्ट्री शीटर इरफान खान हत्याकांड का पुलिस ने राजफाश कर दिया है. दरअसल इरफान की हत्या उसके पिता हसन ने भाड़े के शूटरों से कराई थी. इरफान की नशे की लत और प्रताड़ना से तंग होकर पिता हसन खान ने भाड़े के शूटरों को 50 हज़ार में बेटे की सुपारी दी थी. पुलिस ने जांच के बाद आरोपी पिता और भाड़े की दोनों शूटर भीमा परिहार और अर्जुन खान को गिरफ्तार कर लिया.
ग्वालियर की पुरानी छावनी थाना के अकबरपुर पहाड़िया पर 22 अक्टूबर की सुबह हिस्ट्रीशीटर इरफान खान की लाश मिली थी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो इरफान की गोली मारकर हत्या की गई थी. पिता हसन की निशान देही पर इरफान खान की बॉडी का पीएम कराया गया. पुरानी छावनी पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया था.
जांच के दौरान पिता हसन ने बताया कि उसका बेटा इरफान नशे का आदी था. उसे पर कई गंभीर अपराध भी दर्ज थे. पिता हसन ने बताया कि हत्या वाली रात वह एक रिश्तेदार के यहां शादी में गए थे. जांच के दौरान खुलासा हुआ कि घटना वाली रात पिता हसन की उनके पड़ोसी अर्जुन खान से लगातार बात हुई थी. पुलिस को संदेह हुआ तो अर्जुन को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो अर्जुन ने सारी कहानी बयां कर दी. पूछताछ के दौरान अर्जुन खान ने बताया कि इरफान की हत्या उसने अपने साथी भीमा परिहार के साथ मिलकर की है. जब आरोपी अर्जुन ने हत्या की वजह बताएं तो पुलिस भी हैरान रह गई. अर्जुन खान और भीम परिहार ने बताया कि इरफान की हत्या उसके पिता हसन ने करवाई है. इरफान की हत्या के लिए हसन ने उनको 50 हजार रुपये में सुपारी दी थी.
आरोपी ने कहा कि पिता ने 20000 एडवांस दिए थे. वहीं 30000 काम होने के बाद देने का वादा किया था. पुरानी छावनी पुलिस में अर्जुन खान और भीमा परिहार के बयानों के आधार पर पिता हसन खान को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पिता हसन बताया कि वो अपने बेटे इरफान खान की आदतों से परेशान था. इरफान इलाके का हिस्ट्रीशीटर था. नशे की लत के चलते वो परिवार वालों से मारपीट करता था. आए दिन रुपये लेकर सट्टा खेलता था. इरफान महिलाओं से भी मोबाइल पर अश्लील बातें करता था जिसके चलते आए दिन विवाद होते रहते थे. लिहाजा परेशान होकर उसने अपने बेटे की हत्या के लिए अर्जुन खान और बीमा को 50000 में सुपारी दी थी.
21 अक्टूबर को हसन ने अपने बेटे इरफान को बताया कि बड़े वकील को 50 हजार रुपये देना है जिसकी वजह से वकील से उनका झगड़ा चल रहा है. उन्होंने बड़े वकील को फंसाने के लिए साज़िश रची है, जिसमें भीमा और अर्जुन से इरफान को अपने पैर में गोली चलवानी है. पैर में गोली लगने के बाद इरफान को ले जाकर वह थाने में बड़े वकील के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर करवा देंगे. इरफान अपने पिता हसन की बात का भरोसा कर बीमा और अर्जुन खान के साथ अकबरपुर पहाड़ी चला गया, लेकिन सुपारी के तहत तय प्लान के मुताबिक पहाड़ी पर ले जाने के बाद अर्जुन और भीम ने इरफान के सिर और पेट में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. पुरानी छावनी पुलिस ने आरोपियों की निशान देही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया कट्टा और बाइक बरामद कर ली है.