लड़की छुप-छुपकर करती थी लड़के से बात, मौसा-मौसी और भाई को नहीं आया पसंद, पीट-पीट कर ले ली लड़की की जान
इटावा में एक लड़की किसी लड़के से फोन पर बात किया करती थी. उसके घरवाले इस बात से नाराज थे. एक दिन कपड़े धोने वाले पटकुनी से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी और शव को नदी में फेंक दिया.
उत्तर प्रदेश के इटावा में मौसा-मौसी और भाई ने एक लड़की की पीट-पीटकर हत्या कर दी. उन्होंने डंडे और कपड़े धोने की पटकुनी से पीट-पीटकर लड़की को मार डाला. उन्होंने हत्या करने के बाद शव को यमुना नदी में बोरी में भरकर फेंक दिया. इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची. जांच के बाद एसएसपी ने इस मामले का खुलासा किया.
इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. मौसा, उसके भाई और मौसी समेत नाना के खिलाफ लड़की की मां ने केस दर्ज करवाया था. दो महीने पहले मौसा अपने साथ लड़की को बुलाकर अपने पास लाया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मारपीट करके हत्या की घटना का खुलासा हुआ है. लड़की की मौत के बाद से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है.
इटावा में पुलिस ने 14 साल की अंजली की हत्या के मामले में उसके सगे मौसा सत्यभान, मौसी और नाना को गिरफ्तार कर लिया है. अंजली किसी युवक से फोन पर बात करती थी. इसको लेकर मौसा, मौसी ने उसके साथ डंडे और कपड़े धोने वाली पटकुनी से इस कदर पीटा की उसकी मौत हो गई. अंजली की मौत होने के बाद आरोपियों ने उसके शव को बोरी में भरकर रेत डालकर यमुना नदी में फेंक दिया. अंजली की मां ने काफी पूछताछ करने की कोशिश भी की. आरोपियों ने बेटी की मौत की कहानी बनाकर रफा-दफा करने की कोशिश की.
अंजली की मां सत्यवती ने अपने सगे पिता, बहनोई, बहन उसके भाई और अपनी मां के खिलाफ अपनी बेटी की हत्या की शिकायत दर्ज कराई है. इस पूरे मामले में बलरई थाना की पुलिस ने गहन जांच पड़ताल करने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने इस मामले खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी मौसा सत्यभान से जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सबकुछ सच-सच बता दिया.उसने कहा कि लड़की एक युवक से बात करती थी. इस बात को मना करने पर वह नहीं मानी. इस पर गुस्से में आकर उन्होंने उसके साथ मारपीट की. उसे इतना पीटा कि लड़की की मौत हो गई. हत्या का खुलासा न होने पाए इसलिए उन्होंने शव को नदी में फेंक दिया. इसके लिए उन लोगों ने उसके शव को बोरे में रेत डाल कर यमुना नदी में फेंक दिया था.