आगरा घूमने के लिए गए थे पति-पत्नी, तब वहां उन्हें मिला एक गाइड, बोला चलिए घुमा देता हूं, फिर बोला…..
जब महिला ने गाइड से जोधाबाई पैलेस, पंच महल. अनुप तालाब, रंग महल और हिरन मीनार घूमाने को कहा तो कथित गाइड ने यह कहकर टाल दिया कि वो सब ढह चुका है.
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में हर रोज हजारों पर्यटक घूमने आते हैं, जहां उन्हें घूमाने के लिए गाइड मौजूद रहते हैं. लेकिन इस बीच एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां एक दंपत्ति फतेहपुर सीकरी घूमने गया तो उनसे एक झूठा गाइड टकराया गया. पहले तो दंपति उसे पहचान नहीं पाए और फिर उसे घूमाने के लिए हायर कर लिया. खुद को गाइड बताकर युवक ने दंपति से पहले 500 रुपये ले लिए और फिर शेख सलीम चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाने के नाम पर 1100 रुपये भी ऐंठ लिए.
इस दौरान जब महिला ने गाइड से जोधाबाई पैलेस, पंच महल. अनुप तालाब, रंग महल और हिरन मीनार घूमाने को कहा तो कथित गाइड ने यह कहकर टाल दिया कि वो सब ढह चुका है. जाते समय कपल को पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है, जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और पता चला कि वह महल परिसर अब भी वहीं हैं और वहां लोग घूमने जाते हैं.
मूल रूप से बिहार के रहने वाले और बुलंदशहर के एक बैंक में कार्यरत राहुल सिंह ने अपनी पत्नी प्रीति और अपने पांच साल के बच्चे के साथ साइट का दौरा किया. दोपहर डेढ़ बजे उन्होंने बुलंद दरवाजे के पास 500 रुपये में एक गाइड की व्यवस्था की. गाइड ने उन्हें बुलंद दरवाजा, शेख सलीम चिश्ती की दरगाह और बादशाही गेट दिखाया, लेकिन जब पत्नी ने महल में दिलचस्पी दिखाई तो गाइड ने झूठा दावा किया कि अकबर का किला खंडहर हो चुका है. फिर उसने शुल्क लेकर भागने से पहले उन पर दरगाह पर चादर चढ़ाने का दबाव डाला.
जब दंपति ने बस स्टैंड के अधिकारियों रामगोपाल और शिव सिंह माहुरा से कथित खंडहरों के बारे में पूछताछ की, तो उन्हें बताया गया कि महल पूरी तरह से बरकरार है. जोड़े इस धोखे से हैरान रह गए और स्मारक पर लौट आए. फतेहपुर सीकरी पुलिस और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने कहा है कि उन्हें घटना के बारे में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है. अधिकारियों के मुताबिक अगर शिकायत दर्ज करायी गयी तो उचित कार्रवाई की जायेगी.