दूल्हे के दोस्तों से दरोगा ने कर दी ऐसी डिमांड कि कांपने लगे सारे बाराती, फिर SP को लेना पड़ गया एक्शन

बिहार के पटना में दोस्त की शादी से वापस लौट रहे चार बारातियों के साथ पुलिस ने जो किया उसे वो ताउम्र याद रखेंगे. मामला एसपी तक पहुंचा तो उन्होंने दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. आखिर पुलिस वालों ने ऐसा भी क्या कर दिया चलिए जानते हैं…

बिहार के पटना में मंगलवार रात को चार दोस्त एक शादी में शामिल होकर वापस लौट रहे थे. रास्ते में पुलिसवालों ने उन्हें रोका. गाड़ी की तलाशी ली गई. फिर दारोगा अचानक से उन चार लड़कों से पैसों की डिमांड करने लगा. यह सुनकर चारों दोस्त हैरान रह गए. उन्होंने इसका कारण पूछा तो दारोगा उन्हें धमकाने लगा. कहने लगा कि झूठे केस में फंसा दूंगा. चारों दोस्त यह सुनकर डर गए. उन्होंने कहा कि जितने रुपये आप हमसे मांग रहे हैं उतना हमारे पास कैश नहीं है.

तब दारोगा उन्हें पास के पेट्रोल पंप में ले गया. वहां स्कैनर की मदद से पेट्रोल पंप में गूगल-पे के जरिए पैसे ट्रांसफर करवाए. फिर वो कैश पेट्रोल पंप वालों से ले लिया. इसके बाद चारों दोस्तों को जाने दिया गया. लेकिन अगले ही दिन चारों ने पुलिसवालों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया. आरोप सही पाए गए तो एसपी ने तुरंत प्रभाव से आरोपी दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया

जानकारी के मुताबिक, दीदारगंज के कोठिया का रहने वाले जितेंद्र कुमार अपने साथियों के साथ दोस्त की शादी में शामिल होने गया था. चारों जब वापस लौट रहे थे तो गश्ती कर रही पुलिस टीम ने उन्हें रोका. फिर कार की चेकिंग की. उसमें कुछ नहीं मिला. फिर भी पुलिसकर्मी उनसे पैसा मांगने लगे. चारों दोस्तों ने जब रुपये नहीं होने का हवाला दिया तो उन्हें गलत मामले में फंसाने की धमकी दी गई। इसके बाद डरे-सहमे पीड़ितों को पेट्रोल पंप पर ले जाया गया. फिर वहां स्कैनर के जरिये उनसे 25 हजार रुपये लिये गये.

बाद में पुलिसवालों ने पेट्रोलपंप कर्मियों से नकद रुपये ले लिये. किसी तरह मौके से निकलने के बाद अगले दिन पीड़ितों ने इसकी जानकारी पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों को दी. इसके बाद गौरीचक थाने में 2019 बैच के दारोगा विवेक कुमार, दो जवान और एक चालक प्रेम कुमार के खिलाफ जितेंद्र के बयान पर केस दर्ज किया गया. डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने पुलिसवालों पर लगे संगीन आरोपों की जांच का जिम्मा सिटी एसपी पूर्व को सौंपा. इधर, जांच के दौरान जब आरोप सही निकले तो दारोगा सहित चारों को गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया. उन्हें सस्पेंड भी किया गया है.

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