स्टेशन पर खड़े हुए थे मां-बेटे जीआरपी को हुआ शक, जब सच्चाई सामने आई तो दौड़ी-दौड़ी पहुंच गई तीन राज्यों की पुलिस

जीआरपी अक्‍सर समय-समय पर रेलवे स्‍टेशनों पर इस तरह की चैकिंग करती रहती है. इसी बीच उन्‍हें एक संदिग्‍ध महिला और उसके साथ एक बच्‍चा दिखा. पुलिस ने इसे हल्‍के में नहीं लिया. दोनों की तलाशी ली गई और गहराई से जांच की गई. इस दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आई.

तमिलनाडु में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने पुलिस को भी हैरान कर दिया. दरअसल, रेलवे स्‍टेशन पर GRP की नजर एक महिला और उसके साथ मौजूद एक बच्‍चे पर पड़ी. पुलिस को संदिग्‍ध गतिविधि का शक हुआ और उन्‍हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. जांच के दौरान चौंकाने वाला सच सामने आया. अब इस मामले में तीन राज्‍यों की पुलिस शामिल हो गई है. जीआरपी ने अब तमिलनाडु के अलावा राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ की पुलिस से संपर्क कर केस को सुलझाने में मदद की गुहार लगाई है. यह पूरा मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग और ट्रेन में भीख मांगने से जुड़ा है.

दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि रेलवे स्‍टेशन और ट्रेन में भीख मांगने के नाम पर मौजूद महिलाओं और बच्‍चों का गैंग यात्रियों के साथ चोरी और लूट की वारदात को अंजाम दे रहा है. इस आधार पर जीआरपी की जांच का फोकस केवल भीख मांगने वाली महिलाओं और उनके साथ मौजूद बच्‍चों पर ही था. इसी कड़ी में पुलिस ने तमिलनाडु के शहर चेंगलपट्टू के रेलवे स्‍टेशन पर खड़ी महिला और बच्‍चे को पकड़ा. उसकी निशानदेही पर दो और महिलाओं को दबोचा गया. कुल सात बच्‍चों को रेस्‍क्‍यू किया गया है. ये महिलाएं राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ की रहने वाली हैं.

पुलिस को शक है कि यह बच्‍चे राजस्‍थान और छत्‍तीसगढ़ सहित अन्‍य इलाकों से ही भीख मांगकर अपहरण कर लाए गए हैं. महिलाओं का ताल्‍लुक भी इन्‍हीं राज्‍यों से है. हालांकि इन तीनों महिलाओं का दावा है कि ये बच्‍चें उनके अपने हैं. फिलहाल बच्‍चों को बाल गृह भेज दिया गया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये बच्‍चें आखिर हैं किसके. यह गैंग खासकर चेंगलपट्टू और गिंडी के बीच वारदातों को अंजाम देता था. जांच के दौरान पता चला कि ये महिलाएं पीक आवर्स रेल यात्रियों को निशाना बनाती थी और उनका कीमती सामान चुरा लेती हैं. इसे लेकर लगातार शिकायतें मिलने के बाद रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने इन भिखारियों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें बनाईं.

पुलिस ने लोगों से सावधान रहने और पैसे देकर ऐसे भिखारियों को बढ़ावा न देने का अनुरोध किया है. पुलिस का कहना है, “भिखारियों द्वारा ट्रेन में लाए जाने वाले अधिकांश बच्चे दूसरे राज्यों से अपहृत किए जाते हैं. रेलगाड़ियों में भीख मांगने वाले बच्चे बड़े होने के बाद अपराध करते हैं.” लिहाजा अनुरोध किया गया कि ट्रंन या रेलवे परिसर में भीख मांगने वाली महिलाओं या बच्चों की सूचना तुरंत 139 हेल्पलाइन पर दी जाए.

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