सीख; स्वामी समर्थ रामदास जी अपने गांव में नियम से भिक्षा लेने जाते थे, जिस घर के सामने खड़े होते, वहां से उनको भिक्षा मिल जाती, हमेशा जय-जय रघुबीर समर्थ का उद्घोष करते…….

सीख; स्वामी समर्थ रामदास जी अपने गांव में नियम से भिक्षा लेने जाते थे, जिस घर के सामने खड़े होते, वहां से उनको भिक्षा मिल जाती, हमेशा जय-जय रघुबीर समर्थ का उद्घोष करते…….

जय जय रघुबीर समर्थ…। पूरा गांव इस आवाज को हर दिन सुनता था। तपस्वी महात्मा, जिनको संसार स्वामी समर्थ रामदास के नाम से जानता था, वो अपने गांव में नियम से भिक्षा लेने जाते थे। जिस घर के सामने खड़े होते, वहां से उनको भिक्षा मिल जाती। हमेशा जय-जय रघुबीर समर्थ का उद्घोष करते थे।…

सीख; हिंदी साहित्य सम्मेलन के सालाना जलसा निकलने की तैयारी हो चुकी थी, सब लोग पुरुषोत्तम दास टंडन जी को खोज रहे थे, सबका कहना था कि चूंकि वे अध्यक्ष हैं तो जब वे आएंगे तभी…….

सीख; हिंदी साहित्य सम्मेलन के सालाना जलसा निकलने की तैयारी हो चुकी थी, सब लोग पुरुषोत्तम दास टंडन जी को खोज रहे थे, सबका कहना था कि चूंकि वे अध्यक्ष हैं तो जब वे आएंगे तभी…….

सब लोग पुरुषोत्तम दास टंडन जी को खोज रहे थे। जुलूस निकलने की तैयारी हो चुकी थी। मौका था हिंदी साहित्य सम्मेलन का सालाना जलसा और ये अधिवेशन हो रहा था दिल्ली में। पूरे देश के साहित्यकार मौजूद थे। सबका कहना था कि चूंकि पुरुषोत्तम दास जी अध्यक्ष हैं तो जब वे आएंगे तभी जुलूस…

सबक; ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया, उनके मुंह से चार वेद प्रकट हुए, जिसमें संसार का सारा ज्ञान था, फिर, संसार भर के शास्त्र निकले और इस तरह से ज्ञान पूरी दुनिया में फैला, उसी समय द्वैपायन का जन्म……

सबक; ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया, उनके मुंह से चार वेद प्रकट हुए, जिसमें संसार का सारा ज्ञान था, फिर, संसार भर के शास्त्र निकले और इस तरह से ज्ञान पूरी दुनिया में फैला, उसी समय द्वैपायन का जन्म……

शिवपुराण में एक कहानी है। जब भगवान शिव ने सृष्टि के निर्माण की जिम्मेदारी भगवान ब्रह्मा को सौंपी तो उसके संचालन का अनुरोध भगवान विष्णु से किया। सृष्टि के संहार का जिम्मा भगवान शिव ने अपने पास रखा। उन्होंने अपना सारा ज्ञान ब्रह्माजी को सौंप दिया। ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया। उनके मुंह से…

सीख; राजा जनक के दरबार में आए दिन विद्वानों का मेला लगा रहता था, सभा बैठती तो पूरी सभा के सभासद और मंत्री विद्वानों, राजा जनक की बातें सुना करते थे, एक दिन……

सीख; राजा जनक के दरबार में आए दिन विद्वानों का मेला लगा रहता था, सभा बैठती तो पूरी सभा के सभासद और मंत्री विद्वानों, राजा जनक की बातें सुना करते थे, एक दिन……

राजा जनक के दरबार में आए दिन विद्वानों का मेला लगा रहता था। सभा बैठती तो पूरी सभा के सभासद और मंत्री विद्वानों से राजा जनक की बातें सुना करते थे और जनक कभी-कभी तो बड़े अद्भुत ढंग से समाधान देते थे। संसार जनक की विद्वत्ता को जानता था। जनक विदेहराज के नाम से भी…

अपने घर का रेनोवेशन करा रहा था शख्स, जब मरम्मत के लिए कि रसोईघर की खुदाई तो सामने आया कुछ ऐसा कि……..

अपने घर का रेनोवेशन करा रहा था शख्स, जब मरम्मत के लिए कि रसोईघर की खुदाई तो सामने आया कुछ ऐसा कि……..

जमीन या घर के अंदर गड़ा हुआ खजाना मिलना हर किसी की किस्मत में नहीं होता. लेकिन एक कपल को घर के रसोई घर के रेनोवेशन के दौरान जमीन में गड़ा सिक्कों का खजाना मिला. इससमें 17वीं सदी के कुछ दुर्लभ औरबेशकीमती सोने के सिक्के भी शामिल थे. बाद में जोड़े ने खुलासा किया कि…

जमीन की खुदाई कर रहा था शख्स, तभी उसे नजर आई एक पत्थर जैसी दिखने वाली चीज, जब उसे उठाकर देखा तो……

जमीन की खुदाई कर रहा था शख्स, तभी उसे नजर आई एक पत्थर जैसी दिखने वाली चीज, जब उसे उठाकर देखा तो……

पुराने समय में लोग अपने गहने और अन्य तरह की धन-दौलत को जमीन में दफना देते थे. जिससे चोरी होने का खतरा न हो और आगे जब उनकी जरूरत हो तो उन्हें बाहर निकाल लिया जाए. ऐसे में वो मिट्टी में उसे भरकर, उस मिट्टी को बंद बर्तन या पत्थर के आकार में ढाल देते…

51 साल की महिला को आती थीं बहुत ज्यादा झपकियां, जब आंख दिखाने अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर ने कहा, कुछ ऐसा उड़ गए होश

51 साल की महिला को आती थीं बहुत ज्यादा झपकियां, जब आंख दिखाने अस्पताल पहुंची तो डॉक्टर ने कहा, कुछ ऐसा उड़ गए होश

कई बार सेहत के मामले में भी लोगों को अजीब से अनुभव होते हैं. उन्हें सेहत को लेकर बहुत ही सामान्य सी समस्या होती है, लेकिन बाद वो कोई बहुत ही गंभीर किस्म की बीमारी का लक्षण साबित होता है, जो डॉक्टरों तक को हैरान कर देता है. ऐसा ही कुछ एक महिला के साथ…

क्या आप जानते हैं दुनिया भर की नदियों में आखिर कितना पानी है, अगर नहीं जानते तो आज जान लीजिए

क्या आप जानते हैं दुनिया भर की नदियों में आखिर कितना पानी है, अगर नहीं जानते तो आज जान लीजिए

वैसे तो पूरी धरती की तीन चौथाई हिस्सा पानी से घिरा है, लेकिन पीने लायक पानी बहुत कम है. इसमें नदियां अहम स्रोत हैं. इसके अलावा नदियां, कई प्राकृतिक, मानव आबादी और आर्थिक गतिविधियों को बनाए रखती हैं. नदियों द्वारा हासिल किए गए और छोड़े गए पानी की मात्रा सहित उनकी गतिशीलता को समझना, प्रभावी…

सीख; एक बार एक व्यक्ति ने स्वामी विवेकानंद जी पूछा- मैं दिन-रात मेहनत करता हूं लेकिन फिर भी मुझे मेरे काम में सफलता नहीं मिल पाती है, ऐसा क्यों? स्वामी जी ने उस व्यक्ति से कहा, सबसे पहले आप एक काम करें……..

सीख; एक बार एक व्यक्ति ने स्वामी विवेकानंद जी पूछा- मैं दिन-रात मेहनत करता हूं लेकिन फिर भी मुझे मेरे काम में सफलता नहीं मिल पाती है, ऐसा क्यों? स्वामी जी ने उस व्यक्ति से कहा, सबसे पहले आप एक काम करें……..

स्वामी विवेकानंद से एक व्यक्ति ने पूछा, ‘मैं मेहनत बहुत करता हूं, लेकिन सफलता नहीं मिलती। ऐसा क्यों?  स्वामी जी ने कहा, ‘आप पहले एक काम करें,  आश्रम में एक कुत्ता है इसे घुमा लाइए। ‘  व्यक्ति कुत्ते को घुमा कर एक घंटे बाद लौटा। वो कम थका हुआ था, लेकिन कुत्ता बहुत ज्यादा थक…

सीख; महात्मा गांधी बाल विवाह प्रथा को बंद कराना चाहते थे, उनका सोचा था महिलाओं को भी उनके अधिकार मिलें, वे भी पढ़े लिखें और आजादी के साथ जीएं, गांधी जी कहते थे मैंने जो पीड़ा भुगती है वह……..

सीख; महात्मा गांधी बाल विवाह प्रथा को बंद कराना चाहते थे, उनका सोचा था महिलाओं को भी उनके अधिकार मिलें, वे भी पढ़े लिखें और आजादी के साथ जीएं, गांधी जी कहते थे मैंने जो पीड़ा भुगती है वह……..

महात्मा गांधी से जुड़ा किस्सा है। गांधी जी बाल विवाह के विरोधी थे। वे चाहते थे महिलाओं को भी उनके अधिकार मिले, वे भी पढ़-लिख सके और उन्हें भी आजादी मिले। महात्मा गांधी अक्सर कहा करते थे कि मैंने जो पीड़ा भुगती है, वह दूसरे न भुगते। उनका विवाह बहुत छोटी उम्र में कस्तुबा के…