सीख- युधिष्ठिर को कौरव पक्ष की ओर जाते देखकर सभी को ऐसा लगने लगा कि युधिष्ठिर कौरवों के सामने समर्पण करने जा रहे हैं, कौरव सेना के लोग भी आपस में बात करने लगे कि धिक्कार है युधिष्ठिर पर, अभी तो युद्ध शुरू भी नहीं हुआ और……..

सीख- युधिष्ठिर को कौरव पक्ष की ओर जाते देखकर सभी को ऐसा लगने लगा कि युधिष्ठिर कौरवों के सामने समर्पण करने जा रहे हैं, कौरव सेना के लोग भी आपस में बात करने लगे कि धिक्कार है युधिष्ठिर पर, अभी तो युद्ध शुरू भी नहीं हुआ और……..

महाभारत युद्ध के पहले दिन का किस्सा है। कौरव और पांडवों की सेनाएं आमने-सामने खड़ी थीं। युद्ध शुरू होने ही वाला था और उस समय पांडवों के बड़े भाई युधिष्ठिर ने अपने अस्त्र-शस्त्र रथ पर रखे और नीचे उतरकर पैदल ही कौरव सेना की ओर चल दिए। युधिष्ठिर को कौरव पक्ष की ओर जाते देखकर…

सीख- एक दिन एक जलसे में किसी अमीर व्यक्ति ने न्यूटन का कोट बहुत ध्यान से देखा, न्यूटन के कोट में एक छेद था, उन्हें वह कोट पुराना होने के बाद भी बहुत पसंद था तो उन्होंने पहन रखा था, उस अमीर व्यक्ति ने मौका देखकर न्यूटन से कहा……..

सीख- एक दिन एक जलसे में किसी अमीर व्यक्ति ने न्यूटन का कोट बहुत ध्यान से देखा, न्यूटन के कोट में एक छेद था, उन्हें वह कोट पुराना होने के बाद भी बहुत पसंद था तो उन्होंने पहन रखा था, उस अमीर व्यक्ति ने मौका देखकर न्यूटन से कहा……..

आइजक न्यूटन से जुड़ा किस्सा है। न्यूटन बहुत बड़े वैज्ञानिक थे और उन्होंने गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत स्थापित किया था। वे वैज्ञानिक होने के साथ ही दार्शनिक, धार्मिक और ज्योतिषी भी थे। न्यूटन अपने फक्कड़ स्वभाव की वजह से भी प्रसिद्ध थे। वे अपने कपड़ों पर बहुत ध्यान नहीं देते थे। एक दिन एक जलसे में…

सीख- एक दिन शिव-पार्वती जी अपनी होने वाली संतान के बारे में बातें कर रहे थे, तभी उन्हें जानकारी मिली कि उनके अंश से जो संतान पैदा हुई है, जिसे जंगल में कृतिकाएं पाल रही हैं, उसका नाम कार्तिकेय रखा गया है, वह बहुत वीर…….

सीख- एक दिन शिव-पार्वती जी अपनी होने वाली संतान के बारे में बातें कर रहे थे, तभी उन्हें जानकारी मिली कि उनके अंश से जो संतान पैदा हुई है, जिसे जंगल में कृतिकाएं पाल रही हैं, उसका नाम कार्तिकेय रखा गया है, वह बहुत वीर…….

कार्तिकेय स्वामी के जन्म से जुड़ा किस्सा है। एक बार ऐसा हुआ कि शिव जी के अंश को अग्नि, पर्वत, ऋषिमुनियों की पत्नियां और गंगा भी संभाल नहीं पा रही थीं। शिवांश का तेज इतना अधिक था कि कोई भी उसे संभाल नहीं सका, तब गंगा जी ने उस अंश को सरकंडे के एक वन…

सीख- श्रीराम के सभी बालसखा समूह में राजमहल पहुंचे और बोले ‘मित्र, अब तुम राजा बनने वाले हो, हम तुम्हारे मित्र हैं तो अब से हम राजमित्र के रूप में जाने जाएंगे, श्रीराम उन सभी मित्रों से बड़ी विनम्रता से बात करते…….

सीख- श्रीराम के सभी बालसखा समूह में राजमहल पहुंचे और बोले ‘मित्र, अब तुम राजा बनने वाले हो, हम तुम्हारे मित्र हैं तो अब से हम राजमित्र के रूप में जाने जाएंगे, श्रीराम उन सभी मित्रों से बड़ी विनम्रता से बात करते…….

श्रीराम राजा बनने वाले थे तो अयोध्या में सभी लोग बहुत खुश थे। पूरा नगर सजा हुआ था। श्रीराम के सभी बालसखा समूह में राजमहल पहुंचे। सभी मित्र श्रीराम से कहते हैं, ‘मित्र, अब तुम राजा बनने वाले हो, हम तुम्हारे मित्र हैं तो अब से हम राजमित्र के रूप में जाने जाएंगे।’ श्रीराम उन…

क्या आप जानते हैं चोरी और डकैती दोनों में क्या अंतर होता है? किसके लिए क्या सजा मिलती है और कब पुलिस आपको गिरफ्तार कर सकती है, जानिए सबकुछ

क्या आप जानते हैं चोरी और डकैती दोनों में क्या अंतर होता है? किसके लिए क्या सजा मिलती है और कब पुलिस आपको गिरफ्तार कर सकती है, जानिए सबकुछ

भारत में हर अपराध से निपटने के ल‍िए कानून बने हैं. जब भी कोई आपका सामान आपकी अनुमत‍ि के बिना लेता है. या उस पर जबरदस्‍ती कब्‍जा करने की कोश‍िश करता है. तो उसे चोरी, लूट या डकैती की श्रेणी में रखा जाता है. लेकिन क्‍या आपको पता है कि चोरी और डकैती में अंतर…

सीख; एक बार एक महिला ने एक संत से पूछा कि सुख-शांति पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए, संत ने उस महिला से कहा कि इसका उपाय कल बताउंगा, अगले दिन महिला ने संत के लिए खीर बनाई………

सीख; एक बार एक महिला ने एक संत से पूछा कि सुख-शांति पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए, संत ने उस महिला से कहा कि इसका उपाय कल बताउंगा, अगले दिन महिला ने संत के लिए खीर बनाई………

महिला ने एक संत से पूछा कि महाराज सुख-शांति पाने के लिए क्या करना चाहिए, संत ने कहा कि इसका उपाय कल बताउंगा, अगले दिन महिला ने संत के लिए खीर बनाई इस दौरान वे एक घर के बाहर पहुंचे तो एक महिला खाना लेकर आई। खाना देते हुए उसने संत से पूछा कि महाराज…

सीख; मयासुर ने अर्जुन से कहा कि आपने इस भयंकर आग से मेरी रक्षा की है, आपने हम पर ये उपकार किया है, वन की आग से मुझे बचाया है, अब आप बताइए मैं आपके लिए इस उपकार के बदले क्या……..

सीख; मयासुर ने अर्जुन से कहा कि आपने इस भयंकर आग से मेरी रक्षा की है, आपने हम पर ये उपकार किया है, वन की आग से मुझे बचाया है, अब आप बताइए मैं आपके लिए इस उपकार के बदले क्या……..

महाभारत के समय की घटना है। एक दिन अर्जुन के कारण खांडव वन में आग लग गई। उस वन में मयासुर नाम का राक्षस रह रहा था। आग लगी तो मयासुर भी जलने वाला था, लेकिन अर्जुन ने उसे बचा लिया। मयासुर के प्राण बच गए तो उसने अर्जुन से कहा कि आपने इस भयंकर…

किस्सा; बालक मोहनदास के पिता करमचंद गांधी का ट्रांसफर राजकोट हो गया था, मोहनदास भी पोरबंदर से राजकोट पहुंचे, उनके पिता बहुत प्रतिष्ठित थे, एक बार किसी समारोह में मिठाई बांटी जा रही थी, लोगों ने बालक मोहनदास से कहा……..

किस्सा; बालक मोहनदास के पिता करमचंद गांधी का ट्रांसफर राजकोट हो गया था, मोहनदास भी पोरबंदर से राजकोट पहुंचे, उनके पिता बहुत प्रतिष्ठित थे, एक बार किसी समारोह में मिठाई बांटी जा रही थी, लोगों ने बालक मोहनदास से कहा……..

महात्मा गांधी के बचपन का किस्सा है। गांधी जी बचपन से ही जो काम करते, वे पूरे उत्साह के साथ करते थे। बालक मोहनदास के पिता करमचंद गांधी का ट्रांसफर राजकोट हो गया था। मोहनदास भी पोरबंदर से राजकोट पहुंचे। उनके पिता बहुत प्रतिष्ठित थे। एक बार किसी समारोह में मिठाई बांटी जा रही थी।…

सीख; एक दिन नंद बाबा ने विचार किया कि ये सब कृष्ण का सिर्फ खेल है या इसके पीछ कोई और विचार है? नंद बाबा ने सभी के सामने कृष्ण से पूछा, ‘तुम माखन चोरी क्यों करते हो? हमारे घर में किसी चीज की कमी नहीं है तो फिर….……

सीख; एक दिन नंद बाबा ने विचार किया कि ये सब कृष्ण का सिर्फ खेल है या इसके पीछ कोई और विचार है? नंद बाबा ने सभी के सामने कृष्ण से पूछा, ‘तुम माखन चोरी क्यों करते हो? हमारे घर में किसी चीज की कमी नहीं है तो फिर….……

भगवान श्रीकृष्ण बचपन में माखन चोरी की लीला किया करते थे। माखन चोरी से परेशान होकर गोकुल के बहुत सारे लोग नंद बाबा और यशोदा के सामने कृष्ण की शिकायत करते थे। एक दिन नंद बाबा ने विचार किया कि ये सब कृष्ण का सिर्फ खेल है या इसके पीछ कोई और विचार है? नंद…

सीख; एक दिन गुरु वशिष्ठ जी राम जी के महल में बिना पूर्व सूचना दिए आ गए, उन्होंने अपने गुरु से कहा, ‘आपने मुझे बुला लिया होता तो मैं आपके पास आ जाता, गुरु को यहां तक आने का कष्ट क्यों करना………

सीख; एक दिन गुरु वशिष्ठ जी राम जी के महल में बिना पूर्व सूचना दिए आ गए, उन्होंने अपने गुरु से कहा, ‘आपने मुझे बुला लिया होता तो मैं आपके पास आ जाता, गुरु को यहां तक आने का कष्ट क्यों करना………

रामायण का किस्सा है। राम अचानक उठकर खड़े हो गए, वे आश्चर्यचकित इसलिए हुए, क्योंकि गुरु वशिष्ठ जी उनके महल में बिना पूर्व सूचना दिए आ गए थे। राम ने अपने गुरु से कहा, ‘आपने मुझे बुला लिया होता तो मैं आपके पास आ जाता। गुरु को यहां तक आने का कष्ट क्यों करना पड़ा?’…