सीख; देवराज नाम के एक व्यक्ति की फलों के रस की दुकान थी, वह हर हालत में बस पैसा कमाना और उस पैसे से भोग-विलास कैसे किया जाए, यही सोचता था, उसे चरित्र की चिंता बिल्कुल नहीं थी……….
देवराज नाम का एक व्यक्ति फलों का रस बेचने का व्यापार करता था। उसे चरित्र की चिंता बिल्कुल नहीं थी। हर हालत में पैसा कैसे कमाया जाए और उस पैसे से भोग-विलास कैसे किया जाए, यही उसका लक्ष्य था। ऐसे ही गलत आचरण की वजह से उसका संबंध भावती नाम की वैश्या से हो गया।…