सीख; एक विद्वान संत अपने शिष्य के साथ एक गांव से दूसरे गांव लगातार यात्रा करते रहते थे, एक बार वे एक गांव में रुके, संत ने गांव के बाहर अपनी कुटिया बनाई थी, गांव में ये बात फैल गई कि कोई संत हमारे गांव के बाहर रुके हैं……..

सीख; एक विद्वान संत अपने शिष्य के साथ एक गांव से दूसरे गांव लगातार यात्रा करते रहते थे, एक बार वे एक गांव में रुके, संत ने गांव के बाहर अपनी कुटिया बनाई थी, गांव में ये बात फैल गई कि कोई संत हमारे गांव के बाहर रुके हैं……..

जो लोग दूसरों की बुरी बातों पर ध्यान देते हैं, वे अपने लक्ष्य से भटक सकते हैं। दूसरों की गलत बातों की वजह से हमारा आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। इस संबंध में एक लोक कथा प्रचलित है। यहां जानिए ये कथा… कथा के अनुसार पुराने समय में एक विद्वान संत अपने शिष्य के साथ…

सीख; एक राजा बहुत अहंकारी था, जब उसका जन्मदिन आया तो उसने तय किया कि आज वह कम से कम किसी एक व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी करेगा, राजा का जन्मदिन था तो राज महल में बड़े आयोजन हो रहे थे, राज्य की पूरी प्रजा……

सीख; एक राजा बहुत अहंकारी था, जब उसका जन्मदिन आया तो उसने तय किया कि आज वह कम से कम किसी एक व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी करेगा, राजा का जन्मदिन था तो राज महल में बड़े आयोजन हो रहे थे, राज्य की पूरी प्रजा……

एक घमंडी राजा की कहानी है। पुराने में समय एक राजा बहुत अहंकारी था, जब उसका जन्मदिन आया तो उसने तय किया कि आज वह कम से कम किसी एक व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी करेगा। राजा का जन्मदिन था तो राज महल में बड़े आयोजन हो रहे थे। राज्य की पूरी प्रजा महल में…

सीख; एक गरीब व्यक्ति अपने काम में बार-बार असफल हो रहा था, इस बात से वह बहुत परेशान रहने लगा, अपनी गरीबी दूर करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा था, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगती थी……..

सीख; एक गरीब व्यक्ति अपने काम में बार-बार असफल हो रहा था, इस बात से वह बहुत परेशान रहने लगा, अपनी गरीबी दूर करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा था, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगती थी……..

एक लोक कथा है। जिसमें संत ने एक निराश व्यक्ति को समझाया था कि हमें सफलता कैसे मिल सकती है। जानिए ये कथा… पुराने समय में एक गरीब व्यक्ति अपने काम में बार-बार असफल हो रहा था। इस बात से वह बहुत परेशान रहने लगा। अपनी गरीबी दूर करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा…

सीख; एक व्यक्ति हर रोज गौतम बुद्ध के उपदेश सुनने आ रहा था, वह बुद्ध से इतना प्रभावित हो गया कि उसने ये तय कर लिया कि अब इनकी सेवा में ही रहना है, वह भिक्षुक…….

सीख; एक व्यक्ति हर रोज गौतम बुद्ध के उपदेश सुनने आ रहा था, वह बुद्ध से इतना प्रभावित हो गया कि उसने ये तय कर लिया कि अब इनकी सेवा में ही रहना है, वह भिक्षुक…….

गुस्सा एक ऐसी बुराई है, जिसकी वजह से हमारी सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है। इसलिए इस बुराई से बचना चाहिए। जब एक ही समय पर दो लोग गुस्सा हो जाते हैं तो विवाद बहुत बढ़ जाता है। जब सामने वाला व्यक्ति गुस्सा करता है तो हमें शांत रहना चाहिए। ये बात हम गौतम…

सीख; एक दिन परमहंस जी अपने दैनिक काम कर रहे थे, कुछ लोग उनके सामने बैठे हुए थे और परमहंस का काम खत्म होने का इंतजार कर रहे थे, ताकि उन्हें अच्छी बातें सुनने को मिल सके, उस समय वहां एक बड़े…….

सीख; एक दिन परमहंस जी अपने दैनिक काम कर रहे थे, कुछ लोग उनके सामने बैठे हुए थे और परमहंस का काम खत्म होने का इंतजार कर रहे थे, ताकि उन्हें अच्छी बातें सुनने को मिल सके, उस समय वहां एक बड़े…….

स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस अपने उपदेश, सीधे-साधे स्वभाव और रहन-सहन की वजह से काफी प्रसिद्ध थे। रोज ही उनसे मिलने कई लोग आते थे। प्रसिद्ध होने के बाद भी उनका स्वभाव नहीं बदला और वे हमेशा आनंद में रहा करते थे। एक दिन वे अपने दैनिक काम कर रहे थे। कुछ लोग उनके…

सीख; स्वामी विवेकानंद जी भगवान के नामों की महिमा बता रहे थे, कई लोग उनकी बातें ध्यान से सुन रहे थे,  सभी शांत थे, लेकिन व्याख्यान के बीच में एक व्यक्ति उठा और कहने लगा कि आप ये क्या बार-बार भगवान के नामों के एक जैसे शब्द…….

सीख; स्वामी विवेकानंद जी भगवान के नामों की महिमा बता रहे थे, कई लोग उनकी बातें ध्यान से सुन रहे थे, सभी शांत थे, लेकिन व्याख्यान के बीच में एक व्यक्ति उठा और कहने लगा कि आप ये क्या बार-बार भगवान के नामों के एक जैसे शब्द…….

स्वामी विवेकानंद से जुड़ी घटना है। स्वामी जी भगवान के नामों की महिमा बता रहे थे। कई लोग उनकी बातें ध्यान से सुन रहे थे। सभी शांत थे, लेकिन व्याख्यान के बीच में एक व्यक्ति उठा और कहने लगा कि आप ये क्या बार-बार भगवान के नामों के एक जैसे शब्द बोल रहे हैं। शब्दों…

देवताओं और असुरों में युद्ध चल रहा था, देवता असुरों से जीत नहीं पा रहे थे, उनकी समस्या को समझकर भगवान विष्णु ने उन्हें समुद्र मंथन करने की सलाह दी, विष्णु जी ने उनसे कहा था कि आप समुद्र मंथन करें और……

देवताओं और असुरों में युद्ध चल रहा था, देवता असुरों से जीत नहीं पा रहे थे, उनकी समस्या को समझकर भगवान विष्णु ने उन्हें समुद्र मंथन करने की सलाह दी, विष्णु जी ने उनसे कहा था कि आप समुद्र मंथन करें और……

हमें जब भी अच्छे काम करने का या अच्छे कामों में मदद करने का अवसर मिले तो पीछे नहीं हटना चाहिए। अच्छे कामों का देर से ही सही, लेकिन इसका शुभ फल जरूर मिलता है। ये बात समुद्र मंथन के एक किस्से से समझ सकते हैं… देवताओं और असुरों में युद्ध चल रहा था। उस…

सीख; भगवान शिव ने शुक्राचार्य को मृत संजीवन विद्या दी थी, इस विद्या से शुक्राचार्य मरे हुए दैत्यों को फिर से जीवित कर देते थे, जब दैत्यराज बलि का राज था, तब एक दिन भगवान विष्णु ने…….

सीख; भगवान शिव ने शुक्राचार्य को मृत संजीवन विद्या दी थी, इस विद्या से शुक्राचार्य मरे हुए दैत्यों को फिर से जीवित कर देते थे, जब दैत्यराज बलि का राज था, तब एक दिन भगवान विष्णु ने…….

दैत्यों के गुरु शुक्राचार्य बताए गए हैं। भगवान शिव ने शुक्राचार्य को मृत संजीवन विद्या दी थी। इस विद्या से शुक्राचार्य मरे हुए दैत्यों को फिर से जीवित कर देते थे। जब दैत्यराज बलि का राज था। तब एक दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया और बलि के पास पहुंचे। बलि अपनी दानवीरता की…

सीख; एक बार देवराज इंद्र की जगह राजा नहुष को स्वर्ग का राजा बनाया गया था, स्वर्ग का राजा बनते ही राजा नहुष अहंकारी हो गया और उसके मन में इंद्र की पत्नी शची के लिए पाप आ गया…….

सीख; एक बार देवराज इंद्र की जगह राजा नहुष को स्वर्ग का राजा बनाया गया था, स्वर्ग का राजा बनते ही राजा नहुष अहंकारी हो गया और उसके मन में इंद्र की पत्नी शची के लिए पाप आ गया…….

बृहस्पति देवताओं के गुरु हैं। महाभारत के आदि पर्व के मुताबिक, बृहस्पति महर्षि अंगिरा के पुत्र हैं और अपने ज्ञान से देवताओं का मार्गदर्शन करते हैं। एक कथा है कि एक बार देवराज इंद्र की जगह राजा नहुष को स्वर्ग का राजा बनाया गया था। स्वर्ग का राजा बनते ही राजा नहुष अहंकारी हो गया…

सीख; धृतराष्ट्र के दुर्योधन सहित सौ पुत्र थे, लेकिन धृतराष्ट्र के पुत्र मोह की वजह से सभी अधर्मी हो गए थे, पिता ने अपने पुत्रों के गलत कामों को रोका नहीं, बल्कि बढ़ावा दिया, नतीजा……

सीख; धृतराष्ट्र के दुर्योधन सहित सौ पुत्र थे, लेकिन धृतराष्ट्र के पुत्र मोह की वजह से सभी अधर्मी हो गए थे, पिता ने अपने पुत्रों के गलत कामों को रोका नहीं, बल्कि बढ़ावा दिया, नतीजा……

महाभारत में धृतराष्ट्र के दुर्योधन सहित सौ पुत्र थे, लेकिन धृतराष्ट्र के पुत्र मोह की वजह से सभी अधर्मी हो गए थे। पिता ने अपने पुत्रों के गलत कामों को रोका नहीं, बल्कि बढ़ावा दिया। नतीजा ये हुआ कि पूरा कौरव वंश पांडवों के हाथों खत्म हो गया। सीख – कभी भी संतान के गलत कामों…