सीख; हनुमान जी ने सूर्य देव के पास पहुंचे और उनसे गुरु बनने के लिए प्रार्थना की, हनुमान जी की बात सुनकर सूर्य देव ने कहा कि मैं तो एक पल के लिए कहीं रूक नहीं सकता हूं, न ही मैं रथ से उतर…….

सीख; हनुमान जी ने सूर्य देव के पास पहुंचे और उनसे गुरु बनने के लिए प्रार्थना की, हनुमान जी की बात सुनकर सूर्य देव ने कहा कि मैं तो एक पल के लिए कहीं रूक नहीं सकता हूं, न ही मैं रथ से उतर…….

सूर्य पंचदेवों में से एक हैं और हनुमान जी के गुरु भी हैं। बाल हनुमान जब थोड़े बड़े हुए तो माता अंजनी और पिता केसरी ने उन्हें सूर्य देव के पास ज्ञान हासिल करने के लिए भेजा। माता-पिता की बात मानकर हनुमान जी ने सूर्य देव के पास पहुंचे और उनसे गुरु बनने के लिए…

सीख; अर्जुन जब कुरु राज्य पहुंचे तो वहां के द्वारपाल और लोगों ने अर्जुन से कहा कि आप इस नगर को युद्ध करके जीत नहीं सकते, क्योंकि जो व्यक्ति इस नगर में युद्ध के लिए प्रवेश करता है, उसकी मृत्यु हो जाती है, ऐसा इस राज्य को वरदान……

सीख; अर्जुन जब कुरु राज्य पहुंचे तो वहां के द्वारपाल और लोगों ने अर्जुन से कहा कि आप इस नगर को युद्ध करके जीत नहीं सकते, क्योंकि जो व्यक्ति इस नगर में युद्ध के लिए प्रवेश करता है, उसकी मृत्यु हो जाती है, ऐसा इस राज्य को वरदान……

महाभारत में युधिष्ठिर को चक्रवती सम्राट बनाने के लिए राजसूय यज्ञ किया गया था। इसके लिए सभी राजाओं पर जीत हासिल करनी थी। इस काम के लिए अर्जुन ने विजय यात्रा शुरू कर दी। जहां-जहां अर्जुन जा रहे थे, वहां के राजाओं को पराजित करते हुए आगे बढ़ रहे थे। जो राजा अर्जुन की सेवा…

सीख; महाभारत युद्ध में पांडवों ने कौरवों को हरा दिया था और युधिष्ठिर राजा बन गए थे, उस समय भीष्म पितामह बाणों की शय्या पर लेटे हुए थे और प्राण त्यागने के लिए सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा कर रहे थे, भीष्म…..

सीख; महाभारत युद्ध में पांडवों ने कौरवों को हरा दिया था और युधिष्ठिर राजा बन गए थे, उस समय भीष्म पितामह बाणों की शय्या पर लेटे हुए थे और प्राण त्यागने के लिए सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा कर रहे थे, भीष्म…..

दुख सभी के जीवन में आते-जाते रहते हैं और दुख के समय में साधु-संत भक्ति करने की सलाह देते हैं। भक्ति करने का अर्थ ये नहीं है कि जीवन में दुख आएंगे ही नहीं, दुख आने होंगे तो आएंगे ही, लेकिन भक्ति करने से उन दुखों से लड़ने का साहस बना रहेगा। भक्ति से हमारी…

सीख; एक दिन अर्जुन के कारण खांडव वन में आग लग गई, उस वन में मयासुर नाम का राक्षस रह रहा था, आग लगी तो मयासुर भी जलने वाला था, लेकिन अर्जुन ने उसे बचा लिया, मयासुर के प्राण बच गए तो……

सीख; एक दिन अर्जुन के कारण खांडव वन में आग लग गई, उस वन में मयासुर नाम का राक्षस रह रहा था, आग लगी तो मयासुर भी जलने वाला था, लेकिन अर्जुन ने उसे बचा लिया, मयासुर के प्राण बच गए तो……

महाभारत के समय की घटना है। एक दिन अर्जुन के कारण खांडव वन में आग लग गई। उस वन में मयासुर नाम का राक्षस रह रहा था। आग लगी तो मयासुर भी जलने वाला था, लेकिन अर्जुन ने उसे बचा लिया। मयासुर के प्राण बच गए तो उसने अर्जुन से कहा कि आपने इस भयंकर…

सीख; एक दिन संत कबीर अपना काम कर रहे थे, काम करते समय वे भगवान का ध्यान भी कर लेते थे, पूरे दिन कबीरदास ऐसा ही करते थे, एक व्यक्ति उन्हें कई दिनों से देख रहा था, उसने कबीरदास से पूछा कि आप भक्त हैं, लेकिन…….

सीख; एक दिन संत कबीर अपना काम कर रहे थे, काम करते समय वे भगवान का ध्यान भी कर लेते थे, पूरे दिन कबीरदास ऐसा ही करते थे, एक व्यक्ति उन्हें कई दिनों से देख रहा था, उसने कबीरदास से पूछा कि आप भक्त हैं, लेकिन…….

संत कबीर से जुड़ी कहानी है। कबीरदास जी के पास काफी लोग अपनी समस्याएं सुनाने आते थे। वे अपने उपदेशों से और कभी-कभी कुछ घटनाओं से दूसरों की समस्याओं के हल बता देते थे। एक दिन वे अपना काम कर रहे थे। काम करते समय वे भगवान का ध्यान भी कर लेते थे। पूरे दिन…

बुद्ध का एक शिष्य ऐसा था जो किसी से ज्यादा कुछ बोलता नहीं था, वह सिर्फ अपने काम पर ध्यान देता, काम पूरा होने के बाद एकांत में चला जाता, वह ध्यान में बैठे रहता था, अन्य शिष्य सभी से मिल-जुलकर…….

बुद्ध का एक शिष्य ऐसा था जो किसी से ज्यादा कुछ बोलता नहीं था, वह सिर्फ अपने काम पर ध्यान देता, काम पूरा होने के बाद एकांत में चला जाता, वह ध्यान में बैठे रहता था, अन्य शिष्य सभी से मिल-जुलकर…….

गौतम बुद्ध से जुड़े कई किस्से हैं, जिनमें जीवन को सुखी और सफल बनाने के सूत्र छिपे हैं। बुद्ध अपने शिष्यों को अलग-अलग घटनाओं की मदद से भी उपदेश दिया करते थे। उनका एक शिष्य ऐसा था जो किसी से ज्यादा कुछ बोलता नहीं था। वह सिर्फ अपने काम पर ध्यान देता, काम पूरा होने…

सीख; तारकासुर को वर मिला था कि शिव जी का पुत्र ही उसका अंत कर सकेगा, तारकासुर की वजह से दुखी देवता शिव जी के पास पहुंचे, देवताओं ने कहा कि आप कार्तिकेय स्वामी को…..

सीख; तारकासुर को वर मिला था कि शिव जी का पुत्र ही उसका अंत कर सकेगा, तारकासुर की वजह से दुखी देवता शिव जी के पास पहुंचे, देवताओं ने कहा कि आप कार्तिकेय स्वामी को…..

एक बच्चे के लिए उसके पिता गुरु की भूमिका भी निभाते हैं। पिता की अच्छी सीख बच्चों का भविष्य सुधार सकती है और पिता की लापरवाही बच्चों का भविष्य बिगाड़ भी सकती है। शास्त्रों में भी पिता-पुत्र से जुड़ी कई कथाएं हैं, इन कथाओं से हम समझ सकते हैं कि पिता बच्चों का जीवन कैसे…

सीख; महाभारत में कुंती अपने पांच पुत्रों के साथ वन में रह रही थीं, क्योंकि धृतराष्ट्र और दुर्योधन नहीं चाहते थे कि पांडु के पुत्रों को राज्य मिले, धृतराष्ट्र का पुत्र दुर्योधन अधर्मी था, वह बचपन से ही पांडव पुत्रों को परेशान……..

सीख; महाभारत में कुंती अपने पांच पुत्रों के साथ वन में रह रही थीं, क्योंकि धृतराष्ट्र और दुर्योधन नहीं चाहते थे कि पांडु के पुत्रों को राज्य मिले, धृतराष्ट्र का पुत्र दुर्योधन अधर्मी था, वह बचपन से ही पांडव पुत्रों को परेशान……..

बच्चों का जीवन कैसे सुधारा जाए, ये बात महाभारत से सीख सकते हैं। महाभारत में दो खास परिवार हैं, पहला पांडव और दूसरा है कौरव। पांडव परिवार में कुंती और पांच पुत्र थे। जबकि कौरव परिवार में धृतराष्ट्र और गांधारी के साथ ही सौ पुत्र थे। पांडवों के पास सुख-सुविधाओं का अभाव था, जबकि कौरवों…

सीख; जब श्रीकृष्ण का अपने धाम लौटने का समय आया तो उन्होंने अपना अंतिम ज्ञान उद्धव को दिया था, उद्धव श्रीकृष्ण के काका के बेटे थे और बहुत विद्वान थे, उद्धव ने श्रीकृष्ण से कई प्रश्न पूछे और भगवान ने सभी प्रश्नों के उत्तर दिए, जब…….

सीख; जब श्रीकृष्ण का अपने धाम लौटने का समय आया तो उन्होंने अपना अंतिम ज्ञान उद्धव को दिया था, उद्धव श्रीकृष्ण के काका के बेटे थे और बहुत विद्वान थे, उद्धव ने श्रीकृष्ण से कई प्रश्न पूछे और भगवान ने सभी प्रश्नों के उत्तर दिए, जब…….

महाभारत में श्रीकृष्ण की मदद से पांडवों ने कौरवों का पराजित कर दिया था, इसके बाद युधिष्ठिर राजा बन गए। महाभारत युद्ध के बाद जब श्रीकृष्ण द्वारका पहुंचे तो कुछ समय बाद यदुवंशी आपस में लड़कर मारे गए। जब श्रीकृष्ण का अपने धाम लौटने का समय आया तो उन्होंने अपना अंतिम ज्ञान उद्धव को दिया…

कथा; कौरव और पांडव राजकुमारों की शिक्षा का समय था, द्रोणाचार्य राजकुमारों के गुरु थे, एक दिन गुरु द्रोणाचार्य ने शिष्यों से कहा कि सत्य नाम के अध्याय का पाठ करें, याद करें और आत्मसात करके आना है, आत्मसात शब्द का अर्थ है जीवन……..

कथा; कौरव और पांडव राजकुमारों की शिक्षा का समय था, द्रोणाचार्य राजकुमारों के गुरु थे, एक दिन गुरु द्रोणाचार्य ने शिष्यों से कहा कि सत्य नाम के अध्याय का पाठ करें, याद करें और आत्मसात करके आना है, आत्मसात शब्द का अर्थ है जीवन……..

अच्छी बातें सिर्फ पढ़ने-सुनने से लाभ नहीं मिलता है। जीवन में सुख-शांति और सफलता चाहते हैं तो अच्छी बातों को जीवन में उतारें। ये बात पांडव युधिष्ठिर से सीख सकते हैं। महाभारत की एक कथा है। कौरव और पांडव राजकुमारों की शिक्षा का समय था। द्रोणाचार्य राजकुमारों के गुरु थे। एक दिन गुरु द्रोणाचार्य ने…