सीख; विश्वामित्र जी को राजसी सुनना पसंद नहीं था और वशिष्ठ जी उन्हें ब्रह्मर्षि नहीं कहते थे, वशिष्ठ जी और विश्वामित्र जी में खींचतान चलती रहती थी, एक बार विश्वामित्र जी ने विचार किया कि आज चलें और वशिष्ठ को……..
विश्वामित्र क्षत्रिय राजा थे, लेकिन तप-तपस्या करके ब्रह्मर्षि कहलाना चाहते थे और इसके लिए वे सदैव प्रयास करते रहते थे। ऋषि-मुनियों के समाज ने उनसे कहा कि जब तक कि वशिष्ठ मुनि आपको ब्रह्मर्षि नहीं कहेंगे तब तक आप राजसी ही कहलाएंगे। विश्वामित्र जी को राजसी सुनना पसंद नहीं था और वशिष्ठ जी उन्हें ब्रह्मर्षि…