सीख; वनवास के दौरान पांचों पांडव कुंती के साथ एक गांव में पहुंचे, उस गांव में एक राक्षस ने आतंक मचाया हुआ था, वह रोज गांव के लोगों को खा जाता था, उस दिन एक ब्राह्मण परिवार को राक्षस का भोजन बनना……

सीख; वनवास के दौरान पांचों पांडव कुंती के साथ एक गांव में पहुंचे, उस गांव में एक राक्षस ने आतंक मचाया हुआ था, वह रोज गांव के लोगों को खा जाता था, उस दिन एक ब्राह्मण परिवार को राक्षस का भोजन बनना……

महाभारत में पांचों पांडव कुंती के साथ वनवास काट रहे थे। वनवास के दौरान वे एक गांव में पहुंचे। वहां एक राक्षस रोज गांव के लोगों को खा जाता था। उस दिन एक ब्राह्मण परिवार को राक्षस का भोजन बनना था। ये बात कुंती को मालूम हुई। गांव के लोग पांचों पांडव और कुंती को…

सीख; एक बार महावीर स्वामी एक जंगल में तप कर रहे थे, उसी समय उस जंगल में कुछ अशिक्षित चरवाहे अपनी गायों को चराने आए, उस दिन चरवाहों ने महावीर स्वामी को बैठे हुए देखा, चरवाहे…….

सीख; एक बार महावीर स्वामी एक जंगल में तप कर रहे थे, उसी समय उस जंगल में कुछ अशिक्षित चरवाहे अपनी गायों को चराने आए, उस दिन चरवाहों ने महावीर स्वामी को बैठे हुए देखा, चरवाहे…….

महावीर स्वामी से जुड़े किस्सों में जीवन को सुखी और सफल बनाने के सूत्र बताए गए हैं। इन सूत्रों को अपनाने से हमारे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। एक किस्से के अनुसार महावीर स्वामी एक जंगल में तप कर रहे थे। उस जंगल में कुछ अशिक्षित चरवाहे अपनी गायों को चराने आया करते थे।…

सीख; एक दिन मछिन्द्रनाथ जी ने अपने शिष्य गोरखनाथ से कहा, ‘अगर आत्मा को जानना है तो तुम्हें परम शक्ति से मिलना होगा,  एक ऐसी जगह पर जाकर तपस्या करो जो हिम प्रांत हो, जहां चारों ओर बर्फ हो, किसी मनुष्य का रहना वहां मुश्किल………

सीख; एक दिन मछिन्द्रनाथ जी ने अपने शिष्य गोरखनाथ से कहा, ‘अगर आत्मा को जानना है तो तुम्हें परम शक्ति से मिलना होगा, एक ऐसी जगह पर जाकर तपस्या करो जो हिम प्रांत हो, जहां चारों ओर बर्फ हो, किसी मनुष्य का रहना वहां मुश्किल………

एक दिन गुरु मछिन्द्रनाथ ने अपने शिष्य गोरखनाथ से कहा, ‘अगर तुम आत्मा को जानना चाहते हो, परम शक्ति से मिलना चाहते हो तो एक ऐसी जगह पर जाकर तपस्या करो जो हिम प्रांत है, जहां चारों ओर बर्फ हो। किसी मनुष्य का रहना वहां मुश्किल हो। ऐसी जगह जाओ।’ गोरखनाथ गुरु द्वारा बताई गई…

सीख; राजा परीक्षित ने शुकदेव जी से एक प्रश्न पूछा, ‘कलियुग में लोग इतने बेचैन क्यों हैं? उनका मन शांत क्यों नहीं है? हर व्यक्ति चाहता है, मेरी इच्छाएं पूरी हो जाएं……

सीख; राजा परीक्षित ने शुकदेव जी से एक प्रश्न पूछा, ‘कलियुग में लोग इतने बेचैन क्यों हैं? उनका मन शांत क्यों नहीं है? हर व्यक्ति चाहता है, मेरी इच्छाएं पूरी हो जाएं……

शुकदेव जी भागवत कथा सुना रहे थे, प्रमुख श्रोता थे राजा परीक्षित। राजा परीक्षित ने एक प्रश्न पूछा, ‘कलियुग में लोग इतने बेचैन क्यों रहते हैं? लोगों का मन शांत क्यों नहीं रहता है? हर व्यक्ति चाहता है, मेरी इच्छाएं पूरी हो जाएं।’ शुकदेव जी ने कहा, ‘यही बात एक दिन पृथ्वी ने भगवान से…

सीख; मंथरा की गलत संगत में कैकयी की बुद्धि भ्रमित हो गई और उसने राजा दशरथ से दो वर मांग लिए, इसके बाद अयोध्या में जहां खुशी का वातावरण था, वहां सभी दुखी हो गए, श्रीराम के साथ सीता और लक्ष्मण…….

सीख; मंथरा की गलत संगत में कैकयी की बुद्धि भ्रमित हो गई और उसने राजा दशरथ से दो वर मांग लिए, इसके बाद अयोध्या में जहां खुशी का वातावरण था, वहां सभी दुखी हो गए, श्रीराम के साथ सीता और लक्ष्मण…….

जिन परिवारों में महिलाओं का सम्मान होता है, वहां सभी देवी-देवताओं का वास होता है। अगर घर में महिला दुखी है तो वहां पूजा करने से भी सकारात्मक फल नहीं मिल पाते हैं। शास्त्रों में कई ऐसे महिला पात्र बताए गए हैं, जिनसे जीवन में सुख-शांति बनाए रखने के सूत्र सीख सकते हैं। यहां जानिए…

सीख; रावण की सभा में इंद्र, कुबेर, यम सभी देवता सिर नीचे झुका कर खड़े रहते थे, उसकी अनुमति के बिना कोई बोल नहीं सकता था, श्रीराम ने युद्ध से कुछ देर पहले सोचा कि रावण को समझाने के लिए एक बार और प्रयास किया जाए……..

सीख; रावण की सभा में इंद्र, कुबेर, यम सभी देवता सिर नीचे झुका कर खड़े रहते थे, उसकी अनुमति के बिना कोई बोल नहीं सकता था, श्रीराम ने युद्ध से कुछ देर पहले सोचा कि रावण को समझाने के लिए एक बार और प्रयास किया जाए……..

रावण विश्व विजेता था और उसकी सभा में इंद्र, कुबेर, यम सभी देवता सिर नीचे झुका कर खड़े रहते थे। रावण की अनुमति के बिना कोई बोल नहीं सकता था। श्रीराम और रावण के बीच युद्ध शुरू होने ही वाला था। श्रीराम ने युद्ध से कुछ देर पहले सोचा कि रावण को समझाने के लिए…

सीख; पुरु वंश के राजा व्यूशिताश्व ने एक ऐसा यज्ञ किया,  जिससे इंद्र और अन्य सभी देवता बहुत प्रसन्न हो गए, यज्ञ के पुण्य से व्यूशिताश्व की प्रतिष्ठा बहुत बढ़ गई थी, उनकी पत्नी थीं भद्रा, राजा का वैवाहिक जीवन…….

सीख; पुरु वंश के राजा व्यूशिताश्व ने एक ऐसा यज्ञ किया, जिससे इंद्र और अन्य सभी देवता बहुत प्रसन्न हो गए, यज्ञ के पुण्य से व्यूशिताश्व की प्रतिष्ठा बहुत बढ़ गई थी, उनकी पत्नी थीं भद्रा, राजा का वैवाहिक जीवन…….

महाभारत के समय का किस्सा है। पुरु वंश में व्यूशिताश्व नाम के एक राजा थे, उन्होंने एक ऐसा यज्ञ किया था, जिससे इंद्र और अन्य सभी देवता बहुत प्रसन्न हो गए। यज्ञ के पुण्य से राजा व्यूशिताश्व की प्रतिष्ठा बहुत बढ़ गई थी। राजा व्यूशिताश्व की पत्नी थीं भद्रा। राजा का वैवाहिक जीवन बहुत प्रेमपूर्ण…

सीख; जब सीता जी ने अशोक वाटिका में पहली बार हनुमान जी को देखा तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ था कि राम वानर सेना के साथ राक्षसों का मुकाबला कैसे करेंगे…….

सीख; जब सीता जी ने अशोक वाटिका में पहली बार हनुमान जी को देखा तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ था कि राम वानर सेना के साथ राक्षसों का मुकाबला कैसे करेंगे…….

राम कथा में हनुमान जी का प्रवेश किष्किंधाकांड से होता है। इसके बाद शुरू होता है सुंदरकांड। सुंदरकांड में हनुमान जी और देवी सीता की भेंट होती है। जब सीता जी ने अशोक वाटिका में पहली बार हनुमान जी को देखा तो उन्हें भरोसा नहीं हुआ था कि राम वानर सेना के साथ राक्षसों का…

सीख; कुंती को वरदान में एक खास मंत्र मिला था, इस मंत्र के जप से कुंती जिस देवता का आव्हान करती थी, वह देवता पुत्र बनकर प्रकट हो जाता था, एक दिन राजा पांडु ने कुंती से कहा……

सीख; कुंती को वरदान में एक खास मंत्र मिला था, इस मंत्र के जप से कुंती जिस देवता का आव्हान करती थी, वह देवता पुत्र बनकर प्रकट हो जाता था, एक दिन राजा पांडु ने कुंती से कहा……

महाभारत में कुंती को वरदान में एक खास मंत्र मिला था। इस मंत्र के जप से कुंती जिस देवता का आव्हान करती थी, वह देवता पुत्र बनकर प्रकट हो जाता था। राजा पांडु संतान पैदा करने के लिए योग्य नहीं थे। एक दिन पांडु ने कुंती से कहा, ‘तुम मंत्र जप से देवता का आव्हान…

सीख; एक राजा ने काल को जीतने का प्रयास किया और उसे अपना मित्र बना लिया, राजा ने काल से कहा, ‘तुम मेरे मित्र हो तो तुम मुझे मृत्यु से मुक्त कर सकते हो, काल ने कहा, ‘ये तो संभव नहीं…….

सीख; एक राजा ने काल को जीतने का प्रयास किया और उसे अपना मित्र बना लिया, राजा ने काल से कहा, ‘तुम मेरे मित्र हो तो तुम मुझे मृत्यु से मुक्त कर सकते हो, काल ने कहा, ‘ये तो संभव नहीं…….

उपनिषदों में कई ऐसी कथाएं हैं, जिनमें राजाओं ने अपनी तपस्या से काल पर विजय पाने की कोशिश की है, लेकिन बचा कोई नहीं। ऐसे ही एक राजा ने भी काल को जीतने का प्रयास किया और उसने काल को अपना मित्र बना लिया। राजा और काल की दोस्ती हो गई। राजा ने काल से…